December 22, 2024

Chhath Puja: छठी माता और सूर्य देव की अनोखी भक्ति, Chhath Puja भारत के सबसे प्रमुख प्रमुख हिंदू त्योहारों में से एक

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Chhath Puja भारत के सबसे प्रमुख हिंदू त्योहारों में से एक है, जो मुख्य रूप से Bihar और पूर्वी Uttar Pradesh में बड़े ही श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। यह चार दिवसीय पर्व सूर्य देव और छठी माता की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित है, जो कि जीवनदायी सूर्य ऊर्जा का प्रतीक हैं। Chhath Puja की खासियत यह है कि यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जहाँ अस्त होते सूर्य की पूजा की जाती है।

हिंदू पंचांग के अनुसार, Chhath Puja कार्तिक मास के छठे दिन मनाया जाता है। जिसे सूर्य षष्ठी व्रत भी कहा जाता है। यह पर्व चार दिनों तक चलता है, जिसमें श्रद्धालु कठिन व्रत रखते हैं, पवित्रता का पालन करते हैं और सूर्य देव की पूजा-अर्चना करते हैं।

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Chhath Puja के पहले दिन, श्रद्धालु पवित्र नदी या किसी जलाशय में स्नान करते हैं। कुछ लोग गंगा नदी का जल भी अपने घर लाते हैं और विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। इस दिन घरों की साफ-सफाई की जाती है और आने वाले चार दिनों की तैयारियां की जाती हैं।

Chhath Puja के दूसरे दिन, जिसे खरना कहा जाता है, श्रद्धालु दिन भर का उपवास रखते हैं। शाम के समय, मिट्टी के चूल्हे पर खीर और अन्य प्रसाद बनाया जाता है। इस प्रसाद को मां धरती की पूजा के बाद परिवार और रिश्तेदारों में बांटा जाता है।

Chhath Puja के तीसरे दिन, शाम के समय, श्रद्धालु नदी या किसी जलाशय के किनारे एकत्र होते हैं और अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देते हैं। इस दौरान भक्तिमय लोकगीत गाए जाते हैं, जो Bihar की संस्कृति और इतिहास का दर्शन कराते हैं। रात के समय, ‘कोसी’ नामक एक रंगारंग आयोजन होता है, जिसमें गन्ने की छड़ों से एक छतरी बनाई जाती है और उसके अंदर प्रसाद से भरी टोकरी रखी जाती है।

Chhath Puja के चौथे और अंतिम दिन, सुबह के समय, श्रद्धालु नदी या जलाशय के किनारे जाते हैं और उगते सूर्य को अर्घ्य देते हैं। इस अनुष्ठान के बाद, श्रद्धालु अपना उपवास तोड़ते हैं और प्रसाद को पड़ोसियों और रिश्तेदारों में बांटते हैं। Chhath Puja सूर्य देव और छठी माता के प्रति श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है। यह पर्व लोगों को प्रकृति के प्रति सम्मान सिखाता है और उन्हें जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित करता है। Chhath Puja की महिमा और सांस्कृतिक महत्व को देखते हुए इसे यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में शामिल किया गया है।

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Chhath Puja FAQs

छठ पूजा क्या है?

छठ पूजा भारत के सबसे प्रमुख हिंदू त्योहारों में से एक है, जो मुख्य रूप से बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है।

छठ पूजा कब मनाया जाता है?

छठ पूजा हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के छठें दिन मनाया जाता है।

छठ पूजा कितने दिनों का पर्व है?

छठ पूजा चार दिनों तक चलता है।

छठ पूजा के पहले दिन क्या किया जाता है?

छठ पूजा के पहले दिन, श्रद्धालू पवित्र नदी या किसी जलाश्य में स्नान करते हैं और घरों की सफाई-सफाई करते हैं।

छठ पूजा के दूसरे दिन क्या किया जाता है?

छठ पूजा के दूसरे दिन, श्रद्धालू दिन भर का उपवास रखते हैं और शाम के समय खीर और अन्य प्रसाद बनाकर मां धरती की पूजा करते हैं।

छठ पूजा के तीसरे दिन क्या किया जाता है?

छठ पूजा के तीसरे दिन, श्रद्धालू नदी या जलाश्य के किनारे एकतर होते हैं और अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देते हैं।

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