सड़क सुरक्षा को मजबूती देने वाला Hit and Run कानून में हुआ संशोधन: अब सजा और मुआवजे में बढ़ोतरी
Hit and Run: भारत में सड़क हादसों के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने हाल ही में Hit and Run मामलों से जुड़े कानून में महत्वपूर्ण संशोधन किए हैं। यह संशोधन सड़क सुरक्षा को मजबूती देने और पीड़ितों को न्याय दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। आइए जानते हैं कि नए कानून में क्या बदलाव किए गए हैं और इनका क्या प्रभाव पड़ेगा।

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Hit and Run मुख्य परिवर्तन:
- सजा में बढ़ोतरी: पहले Hit and Run के मामलों में अधिकतम सजा 7 साल तक का कारावास था, जिसे अब बढ़ाकर 10 साल तक कर दिया गया है। गंभीर चोट के मामलों में 5 साल से 7 साल तक की सजा हो सकती है, जो पहले 2 साल तक थी।
- मुआवजे में वृद्धि: पीड़ितों को मिलने वाले मुआवजे की राशि में भी काफी वृद्धि की गई है। पहले अधिकतम मुआवजा 2 लाख रुपये था, जिसे अब बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया गया है। गंभीर चोट के मामलों में भी मुआवजे की राशि बढ़ाई गई है।
- लाइसेंस रद्द करने का प्रावधान: अब Hit and Run के दोषी पाए गए व्यक्तियों का लाइसेंस भी रद्द किया जा सकता है। यह कदम ऐसे लोगों को दोबारा गाड़ी चलाने से रोकने में मदद करेगा।
- गवाहों की सुरक्षा: कानून में गवाहों की सुरक्षा के लिए भी प्रावधान किए गए हैं। इससे गवाहों को बिना किसी डर के सच बोलने में मदद मिलेगी।

Hit and Run में संशोधन का प्रभाव:
उम्मीद की जाती है कि नए कानून से सड़क सुरक्षा में सुधार होगा और Hit and Run के मामलों में कमी आएगी। सख्त सजा और बढ़े हुए मुआवजे के कारण लोग Hit and Run की घटनाओं को अंजाम देने से पहले सावधानी बरतेंगे। साथ ही, लाइसेंस रद्द करने का प्रावधान ऐसे लोगों को सड़क पर लाने से रोकेगा जो पहले ही इस तरह के गंभीर अपराध का शिकार हो चुके हैं।
हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि कानून का सख्त होना ही काफी नहीं है। सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए लोगों को जागरूक करना, सड़क निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान रखना और पुलिस द्वारा सख्ती से नियमों का पालन करवाना भी आवश्यक है।

Conclusion:
Hit and Run मामलों से जुड़े कानून में किए गए संशोधन एक सकारात्मक कदम हैं, लेकिन सड़क सुरक्षा को मजबूती देने के लिए और भी प्रयासों की आवश्यकता है। उम्मीद है कि नए कानून और अन्य पहलों के जरिए भारत में सड़क हादसों की संख्या को कम किया जा सकेगा और सड़क सभी के लिए सुरक्षित स्थान बन सकेंगी।
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