Traditional folk game Thoda क्या है, Pahari Divas में Himachal Pradesh में पारंपरिक लोक खेल ‘Thoda’ का प्रदर्शन
Traditional folk game Thoda: Himachal Pradesh में पहाड़ी दिवस एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो राज्य की समृद्ध संस्कृति और विरासत को प्रदर्शित करता है। इस दिन, लोग पारंपरिक पोशाक पहनते हैं, लोक नृत्य करते हैं, और पारंपरिक व्यंजनों का आनंद लेते हैं। इस वर्ष, पहाड़ी दिवस के अवसर पर, राज्य सरकार ने पारंपरिक लोक खेल ‘थोडा’ का प्रदर्शन आयोजित किया।
Thoda एक पारंपरिक लोक खेल है जो Himachal Pradesh के मंडी जिले में खेला जाता है। यह खेल दो टीमों के बीच खेला जाता है, जिसमें प्रत्येक टीम में 5-7 खिलाड़ी होते हैं। खेल का उद्देश्य विरोधी टीम के सभी खिलाड़ियों को हटाना है।
खेल को एक खुले मैदान में खेला जाता है, जिसके केंद्र में एक छोटा सा गड्ढा होता है। खिलाड़ी अपने विरोधियों को गड्ढे में धकेलने की कोशिश करते हैं। खेल में कोई निर्धारित समय अवधि नहीं होती है और तब तक जारी रहता है जब तक कि एक टीम के सभी सदस्य बाहर नहीं हो जाते।
Thoda एक बहुत ही शारीरिक खेल है और इसमें बहुत अधिक ताकत और कौशल की आवश्यकता होती है। खिलाड़ियों को अपने विरोधियों को गड्ढे में धकेलने के लिए बहुत ताकत का उपयोग करने की आवश्यकता होती है, और उन्हें यह भी जानना होगा कि कैसे अपने विरोधियों के हमलों से बचें।
थोडा’ एक बहुत ही लोकप्रिय खेल है और Himachal Pradesh में कई त्योहारों और मेलों में खेला जाता है। यह खेल राज्य की समृद्ध संस्कृति और विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
Traditional folk game Thoda का इतिहास
Thoda का इतिहास सैकड़ों साल पुराना है। यह माना जाता है कि इस खेल की उत्पत्ति मंडी जिले के एक छोटे से गांव में हुई थी। खेल के बारे में सबसे लोकप्रिय किंवदंती यह है कि इसे दो भाइयों द्वारा बनाया गया था जो अपने गांव को हमलावरों से बचाना चाहते थे। भाइयों ने एक खेल विकसित किया जो उन्हें अपने गांव की रक्षा के लिए आवश्यक शक्ति और कौशल विकसित करने में मदद करेगा।
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Traditional folk game Thoda कैसे खेला जाता है
Thoda दो टीमों के बीच खेला जाता है, जिसमें प्रत्येक टीम में 5-7 खिलाड़ी होते हैं। खेल को एक खुले मैदान में खेला जाता है, जिसके केंद्र में एक छोटा सा गड्ढा होता है। खिलाड़ी अपने विरोधियों को गड्ढे में धकेलने की कोशिश करते हैं।
खेल की शुरुआत में, दोनों टीमें गड्ढे के विपरीत दिशाओं में खड़ी होती हैं। जब रेफरी सीटी बजाता है, तो खिलाड़ी अपने विरोधियों को गड्ढे में धकेलने की कोशिश करते हैं। खिलाड़ी अपने विरोधियों को गड्ढे में धकेलने के लिए किसी भी तरह के शारीरिक संपर्क का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन उन्हें उन्हें घूंसा या लात नहीं मार सकते।
यदि कोई खिलाड़ी गड्ढे में गिर जाता है, तो वह खेल से बाहर हो जाता है। यदि एक टीम के सभी सदस्य बाहर हो जाते हैं, तो विरोधी टीम जीत जाती है।
Traditional folk game Thoda के नियम
Thoda के कुछ बुनियादी नियम निम्नलिखित हैं:
खिलाड़ी अपने विरोधियों को गड्ढे में धकेलने के लिए किसी भी तरह के शारीरिक संपर्क का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन उन्हें उन्हें घूंसा या लात नहीं मार सकते।
खिलाड़ी गड्ढे के अंदर नहीं जा सकते। यदि कोई खिलाड़ी गड्ढे के अंदर जाता है, तो वह खेल से बाहर हो जाता है।
खिलाड़ी गड्ढे के बाहर एक निश्चित सीमा के भीतर रहने चाहिए। यदि कोई खिलाड़ी सीमा के बाहर चला जाता है, तो वह खेल से बाहर हो जाता है। खेल की शुरुआत में, दोनों टीमें गड्ढे के विपरीत दिशाओं में खड़ी होती हैं। जब रेफरी सीटी बजाता है
Thoda Game FAQs
Traditional folk game Thoda क्या है?
Traditional folk game Thoda’ के लिए कौन सी सामग्री आवश्यक होती है?
थोडा खेलने के लिए क्या क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
खिलाड़ियों को गड्ढे के अंदर नहीं जाना चाहिए।
खिलाड़ियों को गड्ढे के बाहर एक निश्चित सीमा के भीतर रहना चाहिए।
खिलाड़ियों को अपने विरोधियों को धक्का देते समय सावधानी बरतनी चाहिए ताकि उन्हें कोई चोट न लगे।
Traditional folk game Thoda’ के लिए कौन सी सामग्री आवश्यक होती है?
Traditional folk game Thoda’ खेल के क्या लाभ हैं?
यह खेल शारीरिक रूप से फायदेमंद है।
यह खेल खिलाड़ियों को टीम वर्क और सहयोग करना सिखाता है।
यह खेल खिलाड़ियों में शारीरिक और मानसिक शक्ति पैदा करता है।
यह खेल खिलाड़ियों को अपने गांव और संस्कृति की रक्षा करना सिखाता है
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